जनसेवा केंद्रों में फर्जी दस्तावेज बनाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को गृह सचिव शैलेश बगौली को हरिद्वार, नैनीताल, उधम सिंह नगर और देहरादून जिले में इस तरह के मामलों के खिलाफ प्रशासन को कड़ा रुख अपनाने के लिए निर्देश दिए हैं। नैनीताल जिले के हल्द्वानी बनभूलपुरा क्षेत्र में बीती शाम कुमायूं आयुक्त ने छापा मार कर एक जनसेवा केंद्र से फर्जी स्थाई निवास प्रमाण पत्र बनाने का मामला रंगे हाथ पकड़ा था। इसमें फैजान मिकरानी नाम के जनसेवा केंद्र संचालक की भूमिका मिली। जिसके खिलाफ पुलिस में तहसीलदार की तरफ से तहरीर भी दी गई है।

इस प्रकरण में नैनीताल के जिलाधिकारी ललित मोहन रयाल ने भी कड़ा रुख अपनाते हुए उक्त जनसेवा केंद्र और अर्जिनविस की ओर से बनाए गए पिछले सभी दस्तावेजों की जांच पड़ताल करने के निर्देश हल्द्वानी एसडीएम को दे दिए हैं। जिलाधिकारी के अनुसार बनभूलपुरा क्षेत्र के अलावा अन्य सभी जनसेवा केंद्रों की भी जांच पड़ताल की जाएगी।

उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड में डेमोग्राफी चेंज की समस्या सामने आई है। उत्तरप्रदेश के मुस्लिम यहां के जनसेवा केंद्रों के रैकेट के जरिए स्थाई निवास प्रमाण पत्र बनवा रहे हैं। ऐसे मामले उधम सिंह नगर और हरिद्वार जिले में पहले आ चुके हैं जबकि देहरादून में परिवार रजिस्टरों के जरिए दस्तावेजों में हेर फेर करके निवासी प्रमाण पत्र बनाए जाने के मामले प्रकाश में आए हैं। जिस पर अब धामी सरकार ने गंभीर रुख अपनाया है।