पुलिस ने तीन साइबर अपराधियों को किया गिरफ्तार
पुलिस ने साईबर ठगी करते हुए ठगों को रंगेहाथ गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में गुरुवार को जेल भेज दिया।
गिरफ्तार युवक सरैयाहाट थाना क्षेत्र के घघरी गांव में जमा होकर साईबर ठगी कर रहे थे। इसी दौरान पुलिस को प्रतिबिंब ऐप से इसकी जानकारी मिली। पुलिस ने तत्काल लोकेशन की घेराबंदी करते हुए मौके से तीन युवकों को पकड़ने में सफल रही। गिरफ्तार तीन युवकों में दो सगे भाई है और घघरी गांव के रहने वाले हैं। जबकि एक जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र का है।
गिरफ्तार युवकों ने पुलिस को बताया है कि वे लोग बैंक कर्मी, बैंक मैनेजर, क्रेडिट कार्ड अफसर, लोन एजेंट, मईया सम्मान योजना का ब्लॉक अफसर और विद्युत बिल माफी अधिकारी बन लोगों के व्हाट्सएप में ट्रैफिक एडमिन ऐप, आरटीओ एडमिन ऐप, यूज़र एडमिन ऐप, पीएम शॉट एड, बैंक आरबीएल क्रेडिट कार्ड ऐप, क्रेडिट कार्ड ऐप का फर्जी फाइल भेजते हैं, जो लिंक के रूप में होता है। जैसे ही कोई लिंक को खोलता है, वैसे ही ये लोग ऐप के जरिए उसके मोबाईल की क्लोनिंग बनाकर हैक कर लेते है। उसके बाद उसके मोबाईल का सारा ओटीपी उन लोगों को मिलने लगता है। फिर ये लोग उनके खाते का सारा पैसा ऑनलाइन निकाल लेते हैं।
साईबर ठगों ने पुलिस को बताया कि वे लोग पैसे निकालने के लिए किराए पर लोगों के बैंक पासबुक को लेते हैं, क्षेत्र में इसका एक अलग गिरोह है। जो 30 फीसदी कमीशन लेकर उनके जरिये फर्जी तरीके से भेजे पैसे को निकाल कर दे देता है। वे लोग पकड़े नहीं जाए इसके लिए पैसे से ऑनलाइन मार्केटिंग भी करते हैं। गिरफ्तार साईबर ठगों में घघरी गांव निवासी दोनों भाई विमल कुमार एवं कमल कुमार है। वहीं तीसरा अपराधी मनोज मंडल है। पुलिस ने अपराधियों से छह मोबाईल और दो एटीएम बरामद की है। पुलिस टीम का नेतृत्व थाना प्रभारी राजेंद्र यादव कर रहे थे।
इस संबंध में जरमुंडी एसडीपीओ अमित कच्छप ने बताया कि प्रतिबिंब ऐप के जरिए पुलिस को इनपुट मिली थी कि सरैयाहाट थाना क्षेत्र के घघरी गांव के एक घर से कुछ युवकों के द्वारा साईबर ठगी किया जा रहा है। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर टीम बनाकर कर छापेमारी की गई। यह एक नया और बड़ा सिंडिकेट है, जल्द ही इस गिरोह के अन्य सदस्यों को भी गिरफ्तार किया जाएगा। लोगों को भी जागरूक रहने की जरूरत है।
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