सड़क बदहाल, गड्ढों से ग्रामीण परेशान
सड़क पर गहरे गड्ढे बन गए हैं। यह गड्ढे अब वाहन चालकों और राहगीरों दोनों के लिए खतरा बन चुके हैं। क्षेत्र में आए दिन छोटे-बड़े सड़क हादसे हो रहे हैं। दोपहिया, ऑटो और चार पहिया वाहन चालकों को असमान सड़क पर संतुलन बनाना मुश्किल हो रहा है। विशेषकर रात के समय, जब गड्ढे दिखाई नहीं देते, तो दुर्घटनाओं की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। ग्रामीणों का आरोप है कि मुरूम की जगह मिट्टी का उपयोग किया गया है, जिसके कारण सड़क पर गहरे गड्ढे बन गए हैं। बरसात के दौरान स्थिति और भी बदतर हो जाती है। गड्ढों में पानी भरने से सड़क कीचड़ में बदल जाती है। वाहनों के गुजरने पर पानी उछलकर पैदल चलने वालों पर गिरता है, जिससे उनके कपड़े गंदे हो जाते हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि सड़क पर चलना “सजा” जैसा हो गया है। ग्रामीणों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों में सड़क की दुर्दशा को लेकर भारी आक्रोश है। ग्रामीण चरण साहू, मोहन साहू का कहना है कि सड़क निर्माण में खुलेआम मनमानी की गई है। यह सड़क नहीं, गड्ढों की श्रृंखला बन गई है। जब तक विभाग सख्त कार्रवाई नहीं करेगा, जनता की परेशानी खत्म नहीं होगी। ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल जांच कर सड़क की मरम्मत एवं ठेकेदार पर कार्रवाई की मांग की है, ताकि आवागमन सुगम और सुरक्षित हो सके।
छात्र–शिक्षक सबसे ज्यादा प्रभावित
सबसे अधिक परेशानी हायर सेकंडरी स्कूल और आईटीआई कॉलेज के छात्र–छात्राओं तथा शिक्षकों को हो रही है। खराब सड़क के कारण उन्हें दूसरे लंबे मार्ग से होकर विद्यालय आना-जाना पड़ता है, जिससे दुगुनी दूरी तय करनी पड़ती है।









