“वंदे मातरम्” भारत की आत्मा की आवाज : भूपेन्द्र चौधरी
उन्हाेंने कहा कि वंदे मातरम मात्र स्तुति ही नहीं है बल्कि राष्ट्र के प्रति श्रद्धा, समर्पण व त्याग की भावना है। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान यह गीत हर आंदोलन और बलिदान का प्रेरणास्रोत बना। आज़ाद भारत में भी इसकी प्रासंगिकता पहले से कहीं अधिक है। यह गीत हमें स्मरण कराता है कि हमारा राष्ट्र केवल सीमाओं से नहीं, बल्कि साझा संस्कृति, भावनाओं और कर्तव्यबोध से निर्मित हुआ है।
भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए भूपेन्द्र चौधरी ने बताया कि 8 से 15 नवंबर तक जिला मुख्यालयों पर वंदे मातरम् का गायन व सभा आयोजित की जायेगी। इसके अलावा विधानसभा व मण्डल स्तर पर भी सांसद व विधायकों की उपस्थिति में वंदे मातरम् गायन के साथ ही तिरंगा यात्रा व बाईक रेली होगी। विद्यालयों व महाविद्यालयों में वंदे मातरम् पर निबंध प्रतियोगिता आयोजित की जायेगी।
प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि राष्ट्रगीत वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूर्ण होने पर 7 नवंबर 2025 को उत्तर प्रदेश के 18 स्थानों पर 150 कार्यकर्ताओं की ओर से सामूहिक “वंदे मातरम्” गायन एवं सभा का आयोजन किया जाएगा। प्रदेश की राजधानी सहित सभी जिलों में प्रदर्शनी लगाई जाएगी, जबकि विद्यालयों और महाविद्यालयों में निबंध, कविता और चित्रकला प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी, ताकि नई पीढ़ी राष्ट्रगीत की प्रेरणा और उसके महत्व से परिचित हो सके।









