राजेंद्र प्रसाद को नासिक में विद्योत्सव साहित्य सृजन सम्मान’ का गौरव
यह सम्मान नासिक में आयोजित विद्योत्सव साहित्य समारोह 2025 में प्रदान किया गया। कुकरेती को 5100 की सम्मान राशि और प्रशस्ति पत्र के साथ यह पुरस्कार स्व. ओम प्रकाश भारती की स्मृति में दिया गया।
राजेंद्र प्रसाद कुकरेती लंबे समय से साहित्य सृजन में सक्रिय हैं। उनके लेखों में उत्तराखंड की संस्कृति, समाज और लोकजीवन की गहरी झलक देखने को मिलती है। संस्कृति विभाग, उत्तराखंड सरकार द्वारा भी उनके लेखन को समय-समय पर प्रोत्साहित और सम्मानित किया जाता रहा है।
उनकी रचना तीन फुल को पर्वतीय जीवन की सादगी, संवेदना और मानवीय मूल्यों के चित्रण के लिए विशेष सराहना मिली। समारोह में उपस्थित साहित्यकारों ने कहा कि कुकरेती का लेखन समाज और संस्कृति दोनों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
यह सम्मान न केवल उनके व्यक्तिगत सृजन को मान्यता देता है, बल्कि उत्तराखंड की समृद्ध साहित्यिक परंपरा को भी राष्ट्रीय मंच पर पहचान दिलाता है।









