जींद : जम्मू कश्मीर में शहीद हुए अमरजीत नैन का राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार

शहीद का अंतिम संस्कार मंगलवार दोपहर बाद पैतृक गांव जाजनवाला में सैन्य सम्मान के साथ किया गया। जाजनवाला में 8वीं मैक इन्फैंट्री रेजिमेंट हिसार द्वारा सलामी दी गई और इस दौरान जेसीओ रोहताश 7वीं बटालियन जाट रेजीमेंट, उप मंडल अधिकारी नरवाना, उप पुलिस अधीक्षक नरवाना, थाना प्रबंधक सदर नरवाना, रघबीर नैन, सतबीर दबलैन, बिट्टू नैन सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे। शहीद को चचेरे भाई सुशील ने मुखाग्रि दी।

गौरतलब है कि अमरजीत का जन्म 1996 में हुआ था और 10 साल पहले ही वो सेना में भर्ती हुए थे। दो साल पहले ही अमरजीत की शादी हिसार के नहला गांव में प्रियंका से हुई थी। जोकि एक ग्रहणी है और पिता खेती का काम करते हंै। शहीद जवान अमरजीत की एक सात महीने की बेटी भी है। पूरे गांव ने अमरजीत अमर रहे शहीद अमरजीत, अमर रहे के नारों से गूंज उठा। हर किसी की आंखें नम थी और अमरजीत को हाथ उठा कर सलामी दे रहे थे।

अचानक चली सर्विस राइफल से गोली लगने से हुई मौत

ड्यूटी के दौरान सोमवार को अचानक 29 वर्षीय अमरजीत नैन की सर्विस राइवऊल से गोली चल गई। जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। गोली चलने की आवाज सुनते ही कैंप में अफरा-तफरी मच गई और उसे उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकां ने उसे मृत घोषित कर दिया। ग्रामीणों के अनुसार अमरजीत नैन संतरी पद पर तैनात थे और बहुत ही मिलनसार थे। जब भी गांव में आते थे तो सबके साथ गरमजोशी से मिलते थे।

जाजनवाला गांव में एक साल में दूसरी शहादत

जाजनवाला गांव में एक साल में यह दूसरी शहादत है। गांव जाजनवाला का यह दूसरा जवान है, जिसने देश की रक्षा में प्राण न्योछावर किए हैं। आठ जुलाई 2024 को भी गांव के जवान प्रदीप नैन कश्मीर में आतंकवादियों से मुठभेड़ में शहीद हुए थे।