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कुमाऊं कमिश्नर ने की विकास कार्यों की समीक्षा

बैठक से पहले, आयुक्त रावत ने कलेक्ट्रेट परिसर में लगे विभिन्न विभागों के स्टॉलों का निरीक्षण किया। उन्होंने स्वयं सहायता समूहों, पशुपालकों और उद्यान विभाग के लाभार्थियों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने लाभार्थी हरीश चंद्र जोशी के शहद की गुणवत्ता की सराहना की और स्थानीय कलाकार अपर्णा पनेरू की ऐपण कला को सराहा। पर्यावरण संरक्षण के लिए ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत आयुक्त ने परिसर में पौधरोपण भी किया।

नशा मुक्ति अभियान को गति देने के लिए आयुक्त ने जिला सभागार में डिजिटल संकल्प लिया और डिजिटल हस्ताक्षर कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित की। बैठक में अष्टम बोर्ड, जनपदीय नवाचार, मुख्यमंत्री घोषणाएं, गोल्ज्यू कॉरिडोर, शारदा कॉरिडोर, केंद्र-राज्य व्यय और चम्पावत मास्टर प्लान 2041 जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई। जिलाधिकारी ने मेन मार्केट में राष्ट्रीय ध्वज स्थापना, ग्रीन पार्क निर्माण, कुमाऊँनी शैली में घंटाघर निर्माण और टनकपुर तिराहा सौंदर्यीकरण के प्रस्ताव भी प्रस्तुत किए।

जिलाधिकारी ने बैठक में बताया कि शिक्षा, तकनीक, आजीविका और पर्यटन को मजबूत करने के लिए कई नई पहलें शुरू की गई हैं। पुराने भवनों को आधुनिक ज्ञान केंद्रों में बदला जा रहा है, और ‘ज्ञान सेतु’ के माध्यम से तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है। ‘लैब ऑन व्हील्स’ और ‘कंप्यूटर ऑन व्हील्स’ जैसी पहलों से विज्ञान और डिजिटल शिक्षा ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंच रही है। आंगनबाड़ी केंद्रों में स्मार्ट टीवी आधारित प्रारंभिक आधुनिक शिक्षा लागू की गई है। पेस कोचिंग संस्था के सहयोग से आईआईटी और मेडिकल की मुफ्त कोचिंग भी दी जा रही है। महिलाओं की आजीविका के लिए हिलान्स कैफे और पर्यटन आधारित रोजगार के लिए पैराग्लाइडिंग केंद्र विकसित किए जा रहे हैं।

आयुक्त दीपक रावत ने चम्पावत के नवाचारों को अन्य जिलों के लिए प्रेरणादायक बताया। उन्होंने सभी विकास परियोजनाओं को समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा करने के निर्देश दिए। बैठक में जिलाधिकारी मनीष कुमार, पुलिस अधीक्षक अजय गणपति, मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जी.एस. खाती और सभी विभागीय अधिकारी मौजूद थे।