विधानसभा के शीतकालीन सत्र में गूंजेंगे 744 प्रश्न
मंगलवार को तपोवन में आयोजित पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए कुलदीप पठानिया ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस कैलेण्डर वर्ष में बजट सत्र में 15, मानसून सत्र में 12 तथा अभी शीतकालीन सत्र में 8 बैठकों के साथ ही कुल 35 बैठकें पूरी कर सकेंगे। उन्होने कहा कि इस सत्र में सदस्यों से कुल 744 प्रश्नों की सूचनाएं प्राप्त हुई हैं जिसमें 604 प्रश्न तारांकित तथा 140 प्रश्न अतारांकित हैं। यह सभी सूचनाएं ऑनलाइन माध्यम से प्राप्त हुई हैं जिन्हें नियमानुसार सरकार को आगामी कार्रवाई हेतु प्रेषित किया गया है। इसके अतिरिक्त नियम 62 के तहत 11 सूचनाएं, नियम 63 के तहत 4 सूचनाएं, नियम 101 के अन्तर्गत 7 सूचनाएं, नियम 130 के तहत 16 सूचनाएं, नियम 324 के तहत एक सूचना सदस्यों से प्राप्त हुई है इन्हें भी आगामी कार्रवाई हेतु सरकार को प्रेषित कर दिया गया है।
पठानिया ने कहा कि सदस्यों से जो सूचनाएं प्रश्नों के माध्यम से प्राप्त हुई हैं वह मुख्यत: आपदा से निपटने हेतु केन्द्र से सहायता राशि, बाढ़, स्कूलों का विलय, प्रदेश में हाल ही में भारी वर्षा तथा प्राकृतिक आपदा से उत्पन्न हुई स्थिति, सरकार द्वारा आपदा से निपटने हेतु किए गए प्रयास, सड़कों, पुलों का निर्माण, स्वीकृत सड़कों की डीपीआर, प्रदेश में महाविद्यालयों, स्कूलों, स्वास्थ्य संस्थानों इत्यादि का उन्नयन एवं विभिन्न विभागों में रिक्त पदों की पदपूर्ति, पर्यटन, उद्यान, पेयजल की आपूर्ति, युवाओं में बढ़ते नशे के प्रयोग की रोकथाम, बढ़ते अपराधिक मामलों तथा परिवहन व्यवस्था पर आधारित है। इसके अतिरिक्त सदस्यों ने प्रश्नों के माध्यम से अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों से सम्बन्धित मुख्य मुद्दों को भी उजागर किया है।
तपोवन में सत्र से पूर्व होगी दोनों दलों के नेताओं से बैठक
पठानिया ने कहा कि सत्र अविलम्ब चले इसके लिए उन्होंने कल सत्र आरम्भ होने से पूर्व 10:15 बजे दोनों दलों के प्रमुख नेताओं की बैठक बुलाई है जिसमें संसदीय कार्यमंत्री, नेता प्रतिपक्ष, उप मुख्य सचेतक तथा भाजपा विधायक दल के मुख्य सचेतक भी शामिल होंगे।उन्होंने कहा कि उनका सत्ता पक्ष तथा प्रतिपक्ष से अनुरोध रहेगा कि वह उन्हें सदन संचालन में रचनात्मक सहयोग दें ताकि सदन के समय का सदुपयोग जनहित से जुडे मुद्दों व सार्थक चर्चा के लिए किया जा सके।
प्रैस वार्ता के उपरांत विधान सभा अध्यक्ष ने सदन में सत्र के लिए की जा रही व्यवस्था का जायजा लिया तथा विधान सभा सचिवालय के अधिकारियों को सदन के अन्दर तथा परिसर में समुचित व्यवस्था समय रहते पूरी करने के निर्देश दिए।









