व्यवस्था परिवर्तन की सरकार में कर्मचारियों को समय पर ना वेतन ना पेंशन : घनश्याम शर्मा
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने सबसे ज़्यादा कर्ज़ लिया, पर पैसा कहां गया। कर्मचारी भत्ते रुके पड़े हैं, कई विभाग वेतन के लिए तरस रहे हैं, इलाज के बिल अटके पड़े हैं, डीए तक नहीं मिला। हिमकेयर योजना पूरी तरह ठप पड़ी है।
पेंशनर्स नेताओं ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आने के लिए कर्मचारियों से छल किया। ओपीएस के नाम पर वोट लिए आज किसी को भी ओपीएस नहीं मिल रहा। ये जनता और कर्मचारियों से किया सबसे बड़ा धोखा है।
उन्होंने उपमुख्यमंत्री के उस बयान को भी कटघरे में रखा, जिसमें उन्होंने कहा था कि एचआरटीसी कर्मचारियों को हर महीने की पहली तारीख तक वेतन-पेंशन मिलेगी। कहां है वो घोषणा। कौन-सा विभाग समय पर वेतन पा रहा है।
28 नवंबर को शीत सत्र के दौरान करेंगे विधानसभा घेराव
महासंघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा कि धर्मशाला में होने वाले विधानसभा सत्र के दौरान ज़ोरावर स्टेडियम में प्रदेश भर के पूर्व कर्मचारी सरकार का बड़े स्तर पर नवंबर 28 को घेराव करेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार कर्मचारियों की समस्याओं पर चुप बैठी रही तो आंदोलन और ज़्यादा उग्र होगा। ये पहली सरकार है जो अपने वेतन और भत्ते बढ़ाने में तो आगे है, लेकिन कर्मचारियों की देनदारियाँ चुकाने में पूरी तरह नाकाम साबित हो रही है। कर्मचारियों का कहना है कि सरकार की प्राथमिकताएं स्पष्ट रूप से कर्मचारी हितों से हटकर सिर्फ़ सत्ता-सुख की तरफ़ झुक गई हैं।









