पटियाला में हंगामा: महिला को बचाने आए एएसआई का सिर फोड़ा, सीनियर कांस्टेबल की टांग तोड़ी
पटियाला के गांव चहल में एक दुखद घटना सामने आई है, जहां एक महिला ने पुलिस कंट्रोल रूम पर मदद के लिए कॉल की। स्थिति गंभीर होते देख कंट्रोल रूम ने तुरंत भादसों थाना को सूचित किया। पुलिस की एक टीम, जिसमें एएसआई और होमगार्ड शामिल थे, मौके पर पहुंची, लेकिन उन्हें वहां अप्रत्याशित हमले का सामना करना पड़ा। महिला के पति और ससुराल के अन्य सदस्यों ने पुलिस पर हमला किया, जिसके परिणामस्वरूप एएसआई का माथा फट गया। एएसआई, परविंदर सिंह, ने अपनी रक्षा के लिए आरोपी को रोकने की कोशिश की, लेकिन इस दौरान उसे भी गंभीर चोट आई और वह घायल हो गए।
परविंदर सिंह के घायल होने के बाद उन्हें राजिंदरा अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना की जांच के दौरान, पुलिस ने मदद मांगने वाली महिला के पति सुखवीर सिंह, ससुर जीत सिंह, सास चरनजीत कौर और ननद हरप्रीत कौर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। पुलिस ने सुखवीर की सास को गिरफ्तार कर लिया है। परविंदर सिंह ने बताया कि मनप्रीत कौर ने हेल्पलाइन पर मदद के लिए कॉल की थी, जिसके बाद पुलिस टीम वहां पहुंची। उनकी जानकारी के अनुसार, सुखवीर ने न केवल पत्नी के साथ मारपीट की, बल्कि घर में आग लगाने की भी कोशिश की। जब एएसआई ने आग लगाने का प्रयास रोका, तो सुखवीर ने उन पर भी हमला कर दिया।
दूसरी ओर, एक और गंभीर घटना में, पसियाणा पुलिस स्टेशन क्षेत्र के धर्महेड़ी गांव में पुलिस ने देर रात नाका लगाया था। वहां एक तेज रफ्तार कार ने सीनियर कांस्टेबल सुखमंदर सिंह को टक्कर मार दी, जिससे उनकी टांग टूट गई। सुखमंदर को भी इलाज के लिए अस्प्ताल में भर्ती कराया गया। यह नाका हरियाणा के चुनावों को ध्यान में रखते हुए लगाया गया था। सुखमंदर ने बताया कि वे अपनी टीम के साथ नाका लगाकर जांच कर रहे थे, तभी एक कार ने उन्हें टक्कर मारकर भागने की कोशिश की।
पुलिस ने आरोपी की पहचान कर ली है और उसके खिलाफ FIR दर्ज की है, लेकिन अब तक उसे गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। पसियाणा पुलिस के एसएचओ करणवीर सिंह ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए रेड जारी है और उम्मीद है कि वह जल्द ही पकड़ में आ जाएगा। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस अधिकारियों की गश्त और सुरक्षा उपाय बढ़ाए जा रहे हैं, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।
इन दोनों घटनाओं ने समाज में महिलाओं की सुरक्षा और पुलिस के प्रति उनके व्यवहार को लेकर गंभीर प्रश्न उठाए हैं। पुलिस प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई के बावजूद, ऐसी घटनाओं के घटित होने से यह स्पष्ट होता है कि समाज में सुधार की आवश्यकता है और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है।









